Description
Lok Vyavhar
यह महान अमेरिकन लेखक डेल कारनेगी की अनमोल कृति है। नवंबर 24, 1888 को जन्मे इस महान लेखक ने ‘हाउ टू विन फ्रेंडस एण्ड इन्फ्लुएंस पीपल’ की रचना करके जीवन को दिशा देने, समृध्दि बनाने और लोक व्यवहार एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व की कला सिखाने का अत्यंत महत्वपूर्ण और नेक कार्य किया है। आत्म सुधाार, व्यवसाय संवर्धान, लोक संवाद और इंटर-पर्सनल स्किलस् की विभिन्न कारगर विधिायों के जनक और विश्लेषक डेल कारनेगी का जीवन संसार के लिए एक प्रेरणास्रोत रहा है। 1 नवंबर 1955 को वे इस संसार को अलविदा कह गए। उनकी यह पुस्तक वास्तव में किसी चमत्कार से कम नहीं है।
इस पुस्तक की सर्वप्रमुख बात है कि किसी व्यक्ति में सुधार लाने के लिए सबसे पहले हमें स्वयं में सुधाार करने और उसके प्रति अपने नजरिये में परिवर्तन करने की आवश्यकता होती है।
Authors: Carnegie Dale

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